Wednesday 5 December 2012

वक्त की पुकार

कहते हैं समय का प्रत्येक व्यक्ति के जीवन मे बड़ा ही महत्वपूर्ण स्थान है , समय हर एक की अनमोल धरोहर

है । यह जीवन की वास्तविक संपत्ति है । यदि वाक्ति अपने सम्पूर्ण जीवन में समय के साथ कदम मिलाकर

चलता रहे तो वह जीवन में सफलता के प्रत्येक शिखर को छू  सकता है, हर मंजिल उसके कदम चूम सकती है

, वह अपने जीवन को शांति पूर्ण ढंग से व्यतीत कर सकता है उसे वह सब कुछ हासिल हो सकता है जिसकी

उसके मन मे कामना है और यही वक्त की पुकार है कि उसके साथ कदम मिलकर चलते रहें, परंतु क्या हमे

वक्त कि यह पुकार सुनाई देती है ....  ? हम अपने जीवन को वास्तविक गति देने में सफल हैं ......? और यदि

हम समय का वास्तविक उपयोग कर रहे हैं तो ऐसा कौन सा कारण है जो हमे सफलता की महफिलों से दूर ले

जाकर असफलता के खंडहरों में घुटने के लिए और मजबूर होने के लिए छोड़ देता है, स्वयं का मूल्यांकन करें

की हमने कहाँ कमी की । वास्तविकता तो यह है की हम पूरी जिंदगी अपने पास समय न होने का बहाना करते

रहते हैं और जो समय हमारे पास होता है उसे व्यर्थ के कामों में नष्ट करते रहते हैं । उस समय हमे यह

अनुमान नहीं होता की गुजरा हुआ एक सेकंड भी हमे वापस नहीं मिल सकता । हमको यह बात हमेशा ध्यान

में रखनी चाहिए की यदि हम समय को बर्बाद करेंगे तो समय हमे बर्बाद कर देगा और यदि हम समय का

सदुपयोग करेंगे तो समय हमारे महत्व को बढ़ाएगा । 

1 comment:

  1. "हमको यह बात हमेशा ध्यान में रखनी चाहिए की यदि हम समय को बर्बाद करेंगे तो समय हमे बर्बाद कर देगा और यदि हम समय का सदुपयोग करेंगे तो समय हमारे महत्व को बढ़ाएगा ।"
    बिलकुल यदि हम समय की कीमत को सम्झेनेगे तो वह भी हमें समझेगा अन्यथा उसके लाठी की तो आवाज़ भी सुनाई नहीं देती.

    ReplyDelete